मेरी डायरी मेरे मन के विचार
मेरी डायरी मेरे मन के विचार
दिनांक - 20 मार्च 2022
दिन - रविवार
समय - 11 : 34 PM
नर नही तो नारी नही....
नारी नही तो नर नही....
पेट नही तो भूख नही....
भूख नही तो पेट नही....
सुख नही तो दुख नही....
दुख के बिना सुख नही....
जीवन नही तो मृत्यु नही....
मृत्यु नही तो जीवन नही....
बुद्धि नही तो बल नही....
बल नही तो बुद्धि नही....
सत्य नही तो असत्य नही....
असत्य नही तो सत्य नही....
दिन नही तो रात नही....
रात नही तो सुबह नही....
क्रोध नही तो शान्ति नही....
शान्ति नही तो क्रोध नही....
दया नही तो दान नही....
दान नही तो दया नही....
धड़कन नही तो साँसे नही....
साँसे नही तो धड़कन नही....
पाप नही तो पुण्य नही....
पुण्य नही तो पाप नही....
स्वर्ग नही तो नर्क नही....
नर्क नही तो स्वर्ग नही....
देव नही तो दानव नही....
दानव नही तो देव नही....
सही नही तो गलत नही....
गलत नही तो सही नही....
प्रश्न नही तो उत्तर नही....
उत्तर नही तो प्रश्न नही....
विश्वास नही तो अंधविश्वास नही....
अंधविश्वास नही तो विश्वास नही....
प्रकृति नही तो संसार नही....
संसार नही तो प्रकृति नही....
धरा नही तो आकाश नही....
आकाश नही तो धरा नही....
जल नही तो आग नही....
आग नही तो जल नही....
सूरज नही तो चाँद नही....
चाँद नही तो सूरज नही....
हवा नही तो कुछ नही...
हम नही....
पृथ्वी नही....
जीव नही....
निर्जीव नही....
पर्यावरण नही....
तो फूल नही...
पत्ते नही....
जीवन ही नही....
पञ्चतत्वों से मिलकर बना धरा जिस प्रकार
जुड़े सजीव-निर्जीव एक दूसरे उसी प्रकार
तार-से तार जोड़े सामंजस्य स्थापित करे
तब जाकर बना पृथ्वी और ये जग संसार
अन्यथा कुछ भी नही ।
यहाँ
एक को सत्य और दूसरे को असत्य कहाँ गया है..?
ये सच ही है इसमें कोई दो मत नही एक ही मत है।
पर जरा सोचने विचारने की बात है।
क्या कभी आपने सोचा है ।
नर के बिना नारी होती या नारी बिना नर ...?
नही ना.....
देव देव कैसे बने ....?
जी हाँ आ सही पढ़ रहे है...?
हर सिक्के के दो पहलू होते है...
आज रूबरू करते है आपको जैसे....
अगर दानव ही ना होता तो देव देव कैसे बनता
देव ने ही सारे संसार को सुचारू रूप से गतिमान
बनाये रखने के लिए कुछ को सही और कुछ को
गलत कुछ को अच्छा कुछ को बुरा बनाया है ।
जैसे आप ही देख ले पञ्च तत्व क्या एक है...?
नही ना.......
पाँच पैर की उंगली समान है ...?
नही ना....
हाथो की पाँच ऊगली समान है ..?
नही ना...
घर मे अगर पाँच सदस्य है तो उनका विचार समान है...?
नही ना...
दिन और रात....?
दिन को काम के लिए नित्य कर्म और रात को
आराम के लिए बनाया गया है ।
पर आज हम रात को भी दिन के जैसे कार्य कर रहे ।
क्यो आपको पता है ...?
अगर कोई गलत ही ना हो तो सही का मतलब नही..
प्रश्न नही है तो उत्तर का अर्थ नही...
अब आप ये कहेंगे ये सोच आपकी है मेरी नही...
जी बिल्कुल सही सोच है और सही जा रहे है..?
हर एक कि सोच एक नही हो सकता ...?
पर बात सच है कहि ना कहि सब की सोच
एक वक्त मिल ही जाता है ।
समय का पहिया
घूम रहा घूम रहा घूम रहा
कभी अच्छा तो कभी बुरा
सोच आएगा ही ।
भगवान से भी गलती होती है
हम तो सिर्फ एक इंसान है..?
हमसे क्यो गलती नही होगी..
आज गलत है तो कल सही होंगे...?
आज असफल हैं तो कल सफल होंगे...?
आज के लिए इतना ही कुछ ज्यादा हो गया
इसी तरह से ढ़ेरो तर्क-वितर्क चलते रहते है ।
क्या इसी को डायरी लेखन कहते है .? हमे नही पता पर
जो भी मन मे उठते सवाल हो उसे ही डायरी में लिखेंगे।
दिन में क्या हुआ क्या क्या किया ऐसा कुछ कभी लिखने
का मन ही नही करता ना ही अपनी डायरी में कभी भी मैं
लिखता हूं क्योंकि ..... हर कोई सच नही लिखता😜🤣
कुछ ना कुछ मिर्च मसाला तड़का लगा देता है...?😁🤣
कुछ तो दाल फ्राई ही कर देते है...?🤣😜
🤔हमे तो यही लगता है ....😜🤣
बाकी आप जाने...😊👍👌
आप सभी गुणी जन हमसे अच्छा लिखते है ..?
हमसे प्रतियोगिता के लिए और प्रतिलिपि के सन्देश
पर गौर किया और फिर आज से डायरी लिखना प्रारंभ
कर रहे है। जीत मिलेगी या हार यह तो पता नही पर
हार भी जाये तो कोई गम नही
गुणी बाबा नवीन कह रहा है...सुनो ..
क्या कह रहा है....?
इस जहाँ में असफलताओ से बड़ा गुरु कोई नही ।।
बार बार असफल हो रहे एक बार ऐसे सफलता मिलेगी
की असफलता खुद कहेगी देखा मेरा दामन थाम के चला
तो आज इस मुकाम पर तो आया .....
ऐसा इस लिए कह रहे है ...?
क्योकि फेलियर ही नीवं है जीवन का ..
जो असफलताओ को झेल गया
वही तो वो नौका पार करेगा ।
तकदीर वक्त के भरोसे ना रहो
तो ही वो ख़ुदा उद्धार करेगा ।।
जीवन है जब तक तब तक कोशिश करते रहो
असफलता को गुरु बनाकर चलते सीखते रहो
मेरी डायरी मन के विचार
जिंदगी के उतार चढ़ाव संघषों को जताना नही आता
ऐ जिंदगी हमे तुझे पन्नो में लिखकर बताना नही आता
जय जोहार
शुभ रात्रि / शब्बा खैर /
- प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला - महासमुन्द (छःग)
Radhika
09-Mar-2023 04:39 PM
Nice
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डॉ. रामबली मिश्र
09-Mar-2023 03:35 PM
बहुत खूब
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shweta soni
23-Jul-2022 11:24 AM
Nic
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